Indore Crime Information: बांग्लादेश और म्यांमार भेजने का शक, सामने आया राजस्थान के तस्कर गोगा भाई का नाम।
By Hemraj Yadav
Publish Date: Sat, 30 Mar 2024 02:30 AM (IST)
Up to date Date: Sat, 30 Mar 2024 02:30 AM (IST)
HighLights
- पुलिस अधिकारी आगे की जांच के लिए वे नारकोटिक्स, सीबीएन और एनसीबी की मदद लेंगे।
- विदेशी तस्करों की भूमिका मिलने पर इंटरपोल और सीबीआइ को भी शामिल किया जा सकता है।
- गिरफ्तार ससुर-दामाद मंदसौर व प्रतापगढ़ क्षेत्र में अफीम की खेती करने वाले किसानों के खेतों पर काम करते हैं।
Indore Crime Information: नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। इंदौर की पुलिस ने मादक पदार्थों की सप्लाई में लिप्त ससुर-दामाद को गिरफ्तार कर 7.695 किलो ब्राउन शुगर जब्त की। तस्कर ब्राउन शुगर की खेप हावड़ा (बंगाल) ले जा रहे थे। इसमें प्रतापगढ़ (राजस्थान) के तस्कर गोगा भाई का नाम सामने आया है। माल बांग्लादेश व म्यांमार के तस्करों को भेजने के शक में पुलिस जांच कर रही है।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (कानून) अमित सिंह ने कहा कि आगे की जांच के लिए वे नारकोटिक्स, सीबीएन और एनसीबी की मदद लेंगे। विदेशी तस्करों की भूमिका मिलने पर इंटरपोल और सीबीआइ को भी शामिल किया जा सकता है। एडीसीपी ने तस्करों को पकड़ने वाली टीम के सदस्यों को 50-50 हजार रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की है।
अफीम के खेतों में करते हैं काम
पुलिस के मुताबिक, पकड़े गए आरोपित परसराम मेघवाल निवासी बरोठा प्रतापगढ़ (राजस्थान) और उसका दामाद धर्मेंद्र चौहान निवासी आक्याकलां ताल जिला रतलाम है। दोनों को राजकुमार सब्जी मंडी के पास से पकड़ा गया। आरोपितों ने बताया कि वे मंदसौर व प्रतापगढ़ क्षेत्र में अफीम की खेती करने वाले किसानों के खेतों पर काम करते हैं। इसी दौरान तस्करों से संपर्क हुआ, जो विभिन्न राज्यों में डोडा-चूरा, अफीम, स्मैक और ब्राउन शुगर की सप्लाई करते है।
गमी में बैठने आए और पुलिस के हत्थे चढ़ गए
दो दिन पूर्व प्रतापगढ़ के गोगा भाई ने ब्राउन शुगर की खेप हावड़ा रवाना की थी। आरोपित इंदौर से ट्रेन से ब्राउन शुगर हावड़ा ले जा रहे थे। गुरुवार को रवाना होने के पूर्व परदेशीपुरा क्षेत्र में रिश्तेदार के घर गमी में बैठने पहुंच गए। पुलिस को शक हुआ और रोक लिया। बैग में सिर्फ कपड़े भरे हुए थे। खाली करने के बाद वजनी लगने पर शक हुआ तो ब्लेड से काटना पड़ा। बैग में आठ पैकेट में 7.695 किलोग्राम ब्राउन शुगर मिल गई।
एक डिलीवरी के बदले मिलते थे 10 हजार रुपये
एडीसीपी का दावा है कि जब्त ब्राउन शुगर की कीमत करोड़ों रुपये है। डीसीपी-2 अभिनय विश्वकर्मा ने आरोपितों से रातभर पूछताछ की। मुख्य आरोपित परसराम ने बताया कि इसके पूर्व उसने अजमेर से सियालदह और इंदौर से हावड़ा तक ब्राउन शुगर की सप्लाई की है। एक डिलीवरी के बदले उसे 10 हजार रुपये मिलते थे। गुरुवार को उसे गोगा के लोगों ने मंदसौर में पैकेट सौंपे। जावरा से दामाद को लेकर रवाना हुआ। इंदौर से रेल में बैठकर हावड़ा जाता, इसके पहले पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
साइबर एक्सपर्ट की मदद ले रही पुलिस
डीसीपी के मुताबिक, डिलीवरी लेने वाले व्यक्ति के बारे में पहले से बताया नहीं जाता है। हावड़ा पहुंचने पर परसराम को फोटो और मोबाइल नंबर मिल जाते। पुलिस ने दोनों तस्करों के फोन जब्त किए हैं। साइबर एक्सपर्ट की मदद से जांच की जा रही है। एसीपी की टीम मंदसौर-प्रतापगढ़ और एडिशनल डीसीपी की टीम हावड़ा के लिंक की जांच करेगी।