Padma Awards Announcement: पद्मश्री पुरस्कार 2024 का हुआ एलान, ये हस्तियां होंगी सम्मानित

गणतंत्र दिवस से पहले गुरुवार की शाम को पद्म पुरस्कार का एलान हो गया है। उन हस्तियों के नाम बताए गए हैं, जिनको पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री से सम्मानित किया जाएगा।

Publish Date: Thu, 25 Jan 2024 09:44 PM (IST)

Up to date Date: Thu, 25 Jan 2024 10:38 PM (IST)

Padma Awards Announcement: पद्मश्री पुरस्कार 2024 का हुआ एलान, ये हस्तियां होंगी सम्मानित
पद्मश्री पुरुष्कार 2024 का हुआ एलान।

एएनआई, नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस से पहले गुरुवार की शाम को पद्म पुरस्कार का एलान हो गया है। उन हस्तियों के नाम बताए गए हैं, जिनको पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री से सम्मानित किया जाएगा। 23 जनवरी को ही बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कूर्परी ठाकुर को भारत रत्न देने का एलान हुआ है।

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1- दक्षिण अंडमान के जैविक किसान के चेल्लाम्मल ने सफलतापूर्वक 10 एकड़ का जैविक फार्म विकसित किया है। उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा।

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2- पुरुलिया के सिंदरी गांव के आदिवासी पर्यावरणविद् दुखू माझी, जिन्होंने हर दिन अपनी साइकिल से नई जगहों की यात्रा कर बंजर भूमि पर 5,000 से अधिक बरगद, आम और ब्लैकबेरी के पेड़ लगाए हैं। उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा।

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3- कासरगोड के चावल किसान सत्यनारायण बेलेरी ने 650 से अधिक पारंपरिक चावल किस्मों को संरक्षित करके धान की फसलों के संरक्षक के रूप में विकसित किया

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4- गुरविंदर सिंह, सिरसा के दिव्यांग सामाजिक कार्यकर्ता, जिन्होंने बेघर निराश्रितों, महिलाओं, अनाथों और दिव्यांगजनों की भलाई के लिए काम किया है। उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा।

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5- जागेश्वर यादव, जशपुर के एक आदिवासी कल्याण कार्यकर्ता हैं। उन्होंने हाशिये पर पड़े बिरहोर पहाड़ी कोरवा लोगों के उत्थान के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा।

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6- पारबती बरुआ, भारत की पहली मादा हाथी महावत हैं। उन्होंने रूढ़िवादिता से उबरने के लिए 14 साल की उम्र में जंगली हाथियों को वश में करना शुरू किया। उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा।

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7- प्रेमा धनराज, प्लास्टिक रिकंस्ट्रक्टिव सर्जन सामाजिक कार्यकर्ता हैं। वह जले हुए पीड़ितों की देखभाल और पुनर्वास के लिए समर्पित हैं। वह अपनी विरासत सर्जरी से आगे बढ़ा रही हैं। उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा।

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8- सोमन्ना, मैसूरु के एक जनजातीय कल्याण कार्यकर्ता है। वह 4 दशकों से अधिक समय से जेनु कुरुबा जनजाति के उत्थान के लिए प्रयास कर रहे हैं। उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा।

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9- आइजोल के एक सामाजिक कार्यकर्ता संगथंकिमा हैं। वह मिजोरम का सबसे बड़ा अनाथालय ‘थुतक नुनपुइटु टीम’ चला रहे हैं। उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा।

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10- नारायणपुर के एक पारंपरिक औषधीय चिकित्सक हेमचंद मांझी हैं। वह 5 दशकों से अधिक समय से ग्रामीणों को सस्ती स्वास्थ्य सेवा प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने 15 साल की उम्र से जरूरतमंदों की सेवा करना शुरू कर दिया था। उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा।

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11- यानुंग जमोह लेगो, पूर्वी सियांग स्थित हर्बल चिकित्सा विशेषज्ञ हैं। उन्होंने 10,000 से अधिक रोगियों को चिकित्सा देखभाल प्रदान की है। उन्होंने 1 लाख व्यक्तियों को औषधीय जड़ी-बूटियों के बारे में शिक्षित किया है। उन्होंने स्वयं सहायता समूहों को उनके उपयोग में प्रशिक्षित किया है।

Raigarh Information: गणतंत्र दिवस समारोह में वित्त मंत्री चौधरी होंगे मुख्य अतिथि

स्कूली बच्चे सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देंगे। समारोह में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों को पुरस्कृत किया जाएगा।

Publish Date: Fri, 26 Jan 2024 12:05 AM (IST)

Up to date Date: Fri, 26 Jan 2024 12:05 AM (IST)

Raigarh News: गणतंत्र दिवस समारोह में वित्त मंत्री चौधरी होंगे मुख्य अतिथि

HighLights

  1. शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी स्टेडियम में होगा गणतंत्र दिवस समारोह

रायगढ़ (नईदुनिया न्यूज) । शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी स्टेडियम में गणतंत्र दिवस का जिला स्तरीय समारोह होगा। वित्त मंत्री ओपी चौधरी गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे। गणतंत्र दिवस समारोह में झंडा फहराने के पश्चात सलामी, राष्ट्रगान व मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन के संदेश का वाचन होगा। इसके बाद मुख्य अतिथि परेड का निरीक्षण करेंगे। समारोह में छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल 6वीं बटालियन, जिला पुलिस बल, जिला महिला पुलिस बल, नगर सेना महिला एवं पुरूष बल, एनसीसी कैडेट की टुकडिय़ों, स्काउट गाइड द्वारा मार्च पास्ट किया जाएगा। कलेक्टर की पहल पर पहली बाद समारोह में मार्च पास्ट का हिस्सा बन रहा स्कूली बच्चों का ब्रास बैंड खास आकर्षण होगा। मार्च पास्ट के बाद बैंड की विशेष प्रस्तुति होगी। तत्पश्चात स्कूली बच्चे सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देंगे। समारोह में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों को पुरस्कृत किया जाएगा।

बुधवार को फुल ड्रेस रिहर्सल किया गया। कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने मुख्य अतिथि की भूमिका का निर्वाह कर झंडा फहराया व परेड की सलामी ली। परेड निरीक्षण के बाद मार्च पास्ट हुआ। अंत में स्कूली बच्चों की सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुतियां हुई। इस मौके पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार, सीईओ जिला पंचायत जितेन्दर यादव उपस्थित रहे। फुल ड्रेस रिहर्सल के दौरान कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने समारोह स्थल में तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने मंच व बैठक व्यवस्था, सुरक्षा, यातायात, बिजली आपूर्ति, पेयजल आदि के बारे में जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को उनको सौंपे गए दायित्वों के अनुसार सारी तैयारियां समय से पूर्ण करने के लिए निर्देशित किया। इस अवसर पर अपर कलेक्टर राजीव कुमार पाण्डेय, एडिशनल एसपी संजय महादेवा, आयुक्त नगर निगम सुनील चंद्रवंशी, एसडीएम रायगढ़ गगन शर्मा, सीएसपी अभिनव उपाध्याय सहित सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

प्रात :9 बजे फहराएंगे झंडा

26 जनवरी 2024 गणतंत्र दिवस के अवसर पर जिला मुख्यालय में आयोजित होने वाले मुख्य समारोह में वित्त मंत्री ओपी चौधरी मुख्य अतिथि होंगे तथा शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी स्टेडियम रायगढ़ में प्रात :9 बजे झंडा फहराएंगे। जिसके पश्चात सलामी व राष्ट्रगान तथा मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन के संदेश का वाचन होगा। मार्च पास्ट, बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम के पश्चात अंत में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को प्रशस्ति पत्र वितरित किये जायेंगे।

Nepal Earthquake: नेपाल में फिर डोली धरती, सुबह 4.38 बजे आया 3.6 तीव्रता का भूकंप, मृतक संख्या 157 पहुंची

इससे पहले शुक्रवार को 6.4 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था, जिसमें मरने वालों की संख्या बढ़कर 157 पहुंच गई है।

Publish Date: Solar, 05 Nov 2023 08:07 AM (IST)

Up to date Date: Solar, 05 Nov 2023 08:13 AM (IST)

Nepal Earthquake: नेपाल में फिर डोली धरती, सुबह 4.38 बजे आया 3.6 तीव्रता का भूकंप, मृतक संख्या 157 पहुंची

एजेंसी, काठमांडू। नेपाल में शुक्रवार के विनाशकारी भूकंप के बाद रविवार सुबह एक बार फिर धरती डोली। रविवार सुबह 4.38 बजे 3.6 तीव्रता की भूकंप दर्ज किया गया। इससे पहले शुक्रवार को 6.4 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था, जिसमें मरने वालों की संख्या बढ़कर 157 पहुंच गई है।

रविवार सुबह आए भूकंप का केंद्र धरती से 10 किमी नीचे था। शुक्रवार को आए भूकंप के सदमे से उबरने की कोशिश कर रहे नेपाल के लोग अब और दहशत में हैं। भूकंप वैज्ञानिकों का कहना है कि बड़े भूकंप के बाद छोटे झटके आते हैं, जिन्हें आफ्टर शॉक्स कहा जाता है।

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नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) के अनुसार, रविवार को भूकंप उत्तर प्रदेश में अयोध्या से 215 किलोमीटर उत्तर में आया। भूकंप का केंद्र जाजरकोट जिले में स्थित खलंगा गांव में था>

इस जिले में एक ही दिन में भूकंप के कई झटके आ रहे हैं। शुक्रवार की रात 6.4 तीव्रता के शक्तिशाली झटके के बाद शनिवार को 4.2 तीव्रता का झटका दर्ज किया गया। इसका केंद्र रमीडांडा था.

शुक्रवार का भूकंप नेपाल में 2015 के भूकंप के बाद सबसे विनाशकारी था, जिसमें लगभग 9,000 लोग मारे गए और 22,000 से अधिक अन्य घायल हो गए।

Gyanvapi Case: ज्ञानवापी में विशाल हिंदू मंदिर था, तहखाने में मिली मूर्ति, ASI सर्वे की रिपोर्ट में खुलासा

Gyanvapi Case: हिंदू पक्ष का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील विष्णु शंकर जैन ने ज्ञानवापी मामले पर जानकारी दी। उन्होंने कहा, एएसआई का कहना है कि मौजूदा ढांचे के निर्माण से पहले वहां एक हिंदू मंदिर था। एएसआई द्वारा 839 पेजों की रिपोर्ट दायर की गई है।

Publish Date: Thu, 25 Jan 2024 07:17 PM (IST)

Up to date Date: Thu, 25 Jan 2024 10:42 PM (IST)

Gyanvapi Case: ज्ञानवापी में विशाल हिंदू मंदिर था, तहखाने में मिली मूर्ति, ASI सर्वे की रिपोर्ट में खुलासा
Gyanvapi Case: हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन।

HighLights

  1. ज्ञानवापी केस में रिपोर्ट सौंपी गई।
  2. ASI रिपोर्ट: मंदिर होने के 32 से ज्यादा प्रमाण मिले।
  3. तहखाने में देवताओं की मूर्ति मिली।

एएनआई, नई दिल्ली। Gyanvapi Case: ज्ञानवापी मामले में हिंदू पक्ष का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील विष्णु शंकर जैन ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जिला जज के नकल विभाग ऑफिस ने एएसआई सर्वे की रिपोर्ट सौंप दी है। इस रिपोर्ट को लेकर उन्होंने कई दावे किए। ASI ने 839 पृष्ठों की रिपोर्ट दायर की है।

एक बड़ा हिंदू मंदिर था

उन्होंने कहा, ‘जीपीआर सर्वे पर एएसआई ने कहा कि यहां एक भव्य हिंदू मंदिर था। मौजूदा ढांचा के पहले हिंदू मंजूर मौजूद था।’ जैन ने कहा कि जो वर्तमान ढांचा है, उसकी पश्चिमी दीवार पहले के हिंदू मंदिर का हिस्सा है। यहां पर एक्जिस्टिंग स्ट्रक्चर है।

तहखाने में हिंदू देवताओं की मूर्ति मिली

वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा कि एएसआई ने कहा है कि हिंदू देवताओं की मूर्तियां और नक्काशीदार वास्तुशिल्प मिट्टी के नीचे दबे पाए गए हैं। मौजूदा वास्तुशिल्प अवशेष, दीवारों पर सजी हुई ढलाई, एक बड़ा प्रवेश द्वार, विकृत छवि वाला एक छोटा प्रवेश द्वार और सजावट के लिए नक्काशी किए गए पक्षियों और जानवरों से पता चलता है कि पश्चिमी दीवार हिंदू मंदिर का शेष हिस्सा है। उन्होंने कहा, ‘एक कमरे के अंदर पाए गए अरबी फारसी शिलालेख में उल्लेख है कि मस्जिद औरंगजेब के शासनकाल में बनाई गई थी। पहले से मौजूद संरचना ऐसा प्रतीत होता है कि इसे 17वीं शताब्दी में नष्ट किया गया था।’

34 शिलालेख मिले हैं

वकील जैन ने बताया कि एएसआई ने कहा है कि वहां 34 शिलालेख है। जहां पर पहले से मौजूद हिंदू मंदिर के थे। जो पहले हिंदू मंदिर था। उसके शिलालेख को दोबारा इस्तेमाल कर मस्जिद बनाया गया है। इनमें देवनागरी, ग्रंथ, तेलुगु और कन्नड़ लिपियों में शिलालेख मिले हैं।

सर्वेक्षण से होगा स्पष्ट शिवलिंग या फव्वारा

इससे पहले विष्णु शंकर जैन ने कहा था कि वजू टैंक में कई मछलियां मर गई हैं। हमने इसकी सफाई के लिए कोर्ट के समक्ष एक आवेदन दायर किया। वहां एएसआई सर्वेक्षण के लिए भी कहा था। सर्वे पर लोगी रोक को भी हटाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, एएसआई सर्वेक्षण होगा। इससे स्पष्ट हो जाएगा कि यह शिविंग है या फव्वारा। वजुखाना टैंक में मरी हुई मछलियों की रिपोर्ट पर वकील ने कहा कि वजू क्षेत्र को जिला प्रशासन द्वारा साफ कर दिया गया है।

जीत की कगार पर होंगे

वकील जैन ने बताया कि वजू इलाके को सील कर दिया गया है। क्षेत्र को साफ कर इसकी कस्टडी वाराणसी जिलाधिकारी के पास है। उन्होंने कहा, एएसआई सर्वेक्षण रिपोर्ट आने के बाद हम जीत के करीब होंगे। बता दें वाराणसी जिला अदालत ने गुरुवार को एएसआई रिपोर्ट को सार्वजनिक करने को कहा था। साथ ही मामले की पैरवी करने वाले दोनों पक्षों को हार्ड कॉपी उपलब्ध कराने का आदेश दिया।

हिंदू पक्ष के वकील और विष्णु शंकर जैन के पिता एडवोकेट हरिशंकर जैन ने दावा किया कि यह दिखाने के लिए सबूत हैं। मस्जिद के निर्माण के लिए मंदिर को ध्वस्त कर दिया गया था। एएनआई से बात करते हुए जैन ने कहा, एएसआई रिपोर्ट को सार्वजनिक करने पर आपत्तियां उठाई गईं। हालांकि दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अदालत ने रिपोर्ट को उपलब्ध कराने के पक्ष में फैसला सुनाया। रिपोर्ट सार्वजनिक कर दी जाएगी। सभी को पता चल जाएगा कि इसमें क्या है।

16 राज्यों में शान से फहरेगा ग्वालियर में बना तिरंगा, 23 हजार 800 तिरंगे भेजे

मध्य भारत खादी संघ संस्था द्वारा किसी भी आकार के तिरंगे को तैयार करने में पांच से छह दिन का समय लगता है।

Publish Date: Thu, 25 Jan 2024 10:11 PM (IST)

Up to date Date: Thu, 25 Jan 2024 11:22 PM (IST)

16 राज्यों में शान से फहरेगा ग्वालियर में बना तिरंगा, 23 हजार 800 तिरंगे भेजे
मध्य भारत खादी संघ के मंत्री रमाकांत शर्मा ने बताया कि पहले मध्यप्रदेश सहित 14 राज्यों में तिरंगे पहुंचाए थे। इस बार दो राज्य अंडमान निकोबार और तेलंगाना भी तिरंगे भेजे गए।

HighLights

  1. पहले मध्यप्रदेश सहित 14 राज्यों में तिरंगे पहुंचाए थे।
  2. इस बार दो राज्य अंडमान निकोबार और तेलंगाना भी तिरंगे भेजे गए।
  3. राष्ट्रीय ध्वज निर्माण इकाई में अलग-अलग कैटेगरी में तिरंगे तैयार किए जाते हैं।

ग्वालियर, (नईदुनिया प्रतिनिधि)। 75वें गणतंत्र दिवस के मौके पर 16 राज्यों में सरकारी भवनों पर मध्य प्रदेश के ग्वालियर में बनाया गया तिरंगा फहराया जाएगा। गणतंत्र दिवस के लिए जीवाजी गंज स्थित मध्य भारत खादी संघ में 23 हजार 800 तिरंगे तैयार किए गए। इनकी कीमत एक करोड़ 16 लाख 93 हजार रुपये है। यह तिरंगा देश के 16 राज्यों में पहुंचाए जा चुके हैं। मध्य भारत खादी संघ के मंत्री रमाकांत शर्मा ने बताया कि पहले मध्यप्रदेश सहित 14 राज्यों में तिरंगे पहुंचाए थे। इस बार दो राज्य अंडमान निकोबार और तेलंगाना भी तिरंगे भेजे गए।

इस तरह 16 राज्यों में तिरंगे गए हैं। मध्य भारत खादी संघ में राष्ट्रीय ध्वज निर्माण इकाई में अलग-अलग कैटेगरी में तिरंगे तैयार किए जाते हैं। संस्था द्वारा तिरंगा बनाने के लिए तय मानकों का विशेष ख्याल रखा जाता है, जिसमें कपड़े की क्वालिटी, चक्र का साइज, रंग और जैसे मानक शामिल हैं। इसके साथ ही लैब में इन सभी चीजों का टेस्ट किया जाता है। मानकों को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय ध्वज तैयार होता है।

मध्य भारत खादी संघ संस्था द्वारा किसी भी आकार के तिरंगे को तैयार करने में पांच से छह दिन का समय लगता है। मध्य भारत खादी संघ आइएसआइ प्रमाणित राष्ट्रीय ध्वज का निर्माण करती है। इन राज्यों में भेजे गए तिरंगे राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, बिहार, हिमाचल, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, कर्नाटक, हरियाणा, दिल्ली, जम्मू कश्मीर, तेलंगाना, अंडमान निकोबार, पंजाब, बंगाल प्रदेशों में तिरंगा झंडा भेजा गया है।

इन प्रदेशों के सरकारी भवनों में ग्वालियर का तिरंगा फहराया जाएगा। कलेक्ट्रेट, मंत्रालय, विधानसभा सहित सभी सरकारी भवन पर खादी का तिरंगा ही फहराता नजर आएगा। आर्डर पर भेजे 26 हजार से ज्यादा तिरंगे मध्य भारत खादी संघ के मंत्री रमाकांत शर्मा ने बताया कि मध्यप्रदेश सहित 16 राज्यों से आर्डर मिले थे।

हमने 23 हजार 800 तिरंगे तैयार कर भेज दिए हैं। इसके अलावा ग्वालियर के लिए करीब 1500 तिरंगे तैयार हैं। वर्ष 2016 से संस्था आइएसआइ प्रमाणित राष्ट्रीय ध्वज का निर्माण कर रही है। यह उत्तर भारत की पहली ऐसी संस्था है, जो तिरंगे का निर्माण करती है। मध्य भारत खादी संघ के द्वारा तैयार किए गए अलग-अलग कैटेगरी के तिरंगे देश के विभिन्न राज्यों में सभी शासकीय और अशासकीय इमारतों पर फहराए जाते हैं।

Nuclear Bomb: क्या गाजा पट्टी पर परमाणु बम गिराएगा इजरायल, जानिए क्यों जताई जा रही यह आशंका

एलियाहू के इस बयान पर सीधे प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जवाब दिया। उन्होंने अपने ही मंत्री को लताड़ लगाते हुए कहा कि ऐसी बातें वास्तविकता पर आधारित नहीं हैं।

Publish Date: Solar, 05 Nov 2023 03:14 PM (IST)

Up to date Date: Solar, 05 Nov 2023 03:14 PM (IST)

Nuclear Bomb: क्या गाजा पट्टी पर परमाणु बम गिराएगा इजरायल, जानिए क्यों जताई जा रही यह आशंका

HighLights

  1. जारी है इजरायल और हमास के बीच जंग
  2. दोनों तरफ मारे गए हैं हजारों निर्दोष नागरिक
  3. गाजा पट्टी में घुस चुकी है इजरायल की सेना

एजेंसी, तेल अवीव। इजरायल और हमास के बीच जंग को एक महीने से अधिक का समय हो गया है। इजरायल साफ कर चुका है कि जब तक हमास के आतंकियों का सफाया नहीं हो जाता, ऑपरेशन जारी रहेगा।

इस बीच, आशंका उठी है कि क्या इजरायल गाजा पट्टी पर परमाणु हमला कर सकता है? दरअसल, इजरायल के एक मंत्री ने रेडियो प्रोग्राम में यह बात कही है। हालांकि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इससे इन्कार किया है। पढ़िए पूरी बयानबाजी

इजरायल में हेरिटेज मिनिस्टर अमीचाई एलियाहू ने एक रेडियो इंटरव्यू में कहा कि हमास आतंकवादी समूह के साथ चल रहे युद्ध में इजरायल के लिए ‘संभावित विकल्पों में से एक गाजा पट्टी पर परमाणु बम गिराना भी है। एलियाहू इजरायल में ओत्जमा येहुदित पार्टी के सदस्य हैं।

बेंजामिन नेतन्याहू ने लगाई लताड़

एलियाहू के इस बयान पर सीधे प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जवाब दिया। उन्होंने अपने ही मंत्री को लताड़ लगाते हुए कहा कि ऐसी बातें वास्तविकता पर आधारित नहीं हैं।

इजराइल के प्रधानमंत्री ने एक्स पर लिखा, ‘इजरायल और आईडीएफ (सेना) निर्दोष की पूरी कोशिश है कि जंग का असर आम लोगों पर न हो। हम आम लोगों की जिंदगी को बचाने की कोशिश करते हुए जंग जारी रहेंगे और जीत दर्ज करेंगे।’

Republic Day 2024: गणतंत्र दिवस पर हिंदी में देना है भाषण, ये रही स्टूडेंट्स के लिए शॉर्ट स्पीच

भारत में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। यह दिन आधिकारिक राजपत्रित अवकाश है। भारत का संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ, जिससे देश एक स्वतंत्र गणराज्य बना।

क्यों गणतंत्र दिवस कहा जाता है?

26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में चुना गया था। वर्ष 1929 में इसी दिन भारतीय स्वराज की घोषणा की गई थी, जो डोमिनियन के विपरीत भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा घोषित किया गया था।

गणतंत्र दिवस के भाषण के दौरान इन बातों को विशेष रूप से कहें

प्रेम बिहारी नारायण रायजादा ने संविधान की मूल प्रति लिखी। यह पांडुलिपि हस्तलिखित प्रारूप में थी। संविधान लिखने में 6 महीने लगे। 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू किया गया था, तब इसमें कुल 395 लेख, 8 अनुसूचियां और 22 भाग थे।

संविधान निर्माण समिति में कुल 284 सदस्य थे। उन्होंने 24 नवंबर 1949 को संविधान पर हस्ताक्षर किए। इन सदस्यों में 15 महिलाएं थीं। संविधान की हस्तलिखित पांडुलिपि एक विशेष प्रकार के चर्मपत्र पर तैयार की गई थी। कहा जाता है कि यह एत हजार से अधिक सालों तक सुरक्षित रह सकता है। यह सूक्ष्मजीवों या दीमक से कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगा। पांडुलिपि में पृष्ठों की संख्या 234 है, जिसका वजन कुल 13 किग्रा है।

गणतंत्र दिवस के लिए भाषण

1. हम सभी आज अपने देश के गणतंत्र दिवस का जश्न मनाने के लिए यहां एकत्रित हैं। यह घटना हम में से प्रत्येक के लिए एक बहुत ही अद्भुत और प्रशंसनीय घटना है। इस घटना के दिन, हमें अपने देश को बढ़ाने और हम सभी का स्वागत करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना करनी चाहिए। हम 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाते हैं, क्योंकि भारत का संविधान 1950 में इसी दिन लागू हुआ था। भारत एक बहुत ही लोकतांत्रिक और न्यायपूर्ण राष्ट्र है जहां प्रत्येक नागरिक को उस नेता को चुनने की अनुमति है जो राष्ट्र का नेतृत्व करने का हकदार है। हालांकि अब तक कई सुधार हुए हैं, लेकिन इसके साथ कुछ गिरावट भी आई है, जैसे कि बेरोजगारी, साक्षरता की कमी, प्रदूषण, गरीबी, और इसी तरह। आज हम इस देश के लोगों को एक साथ इस प्रकार के मुद्दों को हल करने का वादा कर सकते हैं ताकि यह देश दुनिया के सर्वश्रेष्ठ देशों में से एक बन सके। जय हिंद जय भारत

2. गणतंत्र दिवस हमें हमारे संघर्ष की याद दिलाता है, कैसे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने युवाओं की मदद से पूर्ण स्वराज की मांग को प्राप्त किया। स्वतंत्रता के लिए संघर्ष कुछ उच्च सिद्धांतों और विचारों पर आधारित था, जैसे कि – अहिंसा, सहयोग, गैर-भेदभाव, आदि। इसी कारण से, सभी भारतीयों द्वारा गणतंत्र दिवस बड़े उत्साह और भव्यता के साथ मनाया जाता है। यह भारत के संविधान में निहित पवित्र मूल्यों की भी याद दिलाता है, यह राष्ट्रीय गौरव का दिन है। गणतंत्र दिवस परेड पर भव्य सेना का प्रदर्शन हमें याद दिलाता है कि हमारी क्षेत्रीय संप्रभुता की सुरक्षा कई बलिदानों का परिणाम है।

3. गणतंत्र दिवस एक ऐसा दिन है जो पूरे देश में उत्साह से मनाया जाता है। यह हम भारतीयों के लिए संवैधानिक महत्व का है। यह हमारे संविधान के कार्यान्वयन का दिन है। यह हमारे लिए बहुत खास है क्योंकि देश की संवैधानिक प्रणाली इसके द्वारा शासित है। 26 जनवरी 1950 से, यह हर साल लगातार मनाया जाता रहा है। इससे पहले, देश में लंबे समय तक अंग्रेजों का शासन था। वर्षों की गुलामी के बाद, हमारा देश 15 अगस्त, 1947 को आखिरकार स्वतंत्र हो गया। तीन साल बाद, इसे पूरी तरह से लोकतांत्रिक देश का दर्जा भी मिला। देश में हमारा कानून चलता है। पहले, ब्रिटिश कानून काम करता था। भारतीय संविधान देश की संसद द्वारा इस दिन 2 वर्ष 11 महीने और 18 दिन पूरे करने के बाद पारित किया गया था। इसके बाद, भारत ने खुद को लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित किया। यह दिन हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों का केंद्र है। हमें दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के नागरिक होने का गौरव प्राप्त है।

4. आदरणीय मुख्य अतिथि, शिक्षक और मेरे सभी प्रिय मित्रों, सबसे पहले, मैं आपको गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देता हूं। आज हम 72 वां गणतंत्र दिवस मना रहे हैं। यह दिन हम सभी के लिए अपने राष्ट्र का सम्मान करने का दिन है। गणतंत्र का मतलब है कि देश के लोगों को देश के विकास के लिए अपने राजनीतिक नेताओं का चुनाव करने का अधिकार है। हम देश के नागरिक भी इसके विकास के लिए जिम्मेदार हैं। हमारा देश 15 अगस्त 1947 को ब्रिटिश शासन से मुक्त हो गया। लेकिन संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ। इसलिए, हम हर साल उस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं। भारत में विविधता में एकता दिखाने के लिए विभिन्न भारतीय राज्यों द्वारा भारतीय संस्कृति और परंपरा का एक बड़ा प्रदर्शन भी किया जाता है। इस भाषण को समाप्त करने से पहले, मैं आपको गणतंत्र दिवस के बारे में अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का अवसर देने के लिए आप सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं, और मुझे एक भारतीय होने पर गर्व है जहां हमें सभी प्रकार की स्वतंत्रता है।

Umaria Information: रिसोर्ट में घुसा जंगली हाथी जमकर की तोड़फोड़, मैनेजर घायल

घटना के बाद घायल मैनेजर को जिला अस्पताल लाया गया है।जहां फिलहाल घायल का उपचार किया जा रहा है।

Publish Date: Thu, 25 Jan 2024 10:44 PM (IST)

Up to date Date: Thu, 25 Jan 2024 10:44 PM (IST)

Umaria News: रिसोर्ट में घुसा जंगली हाथी जमकर की तोड़फोड़, मैनेजर घायल

उमरिया। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के मानपुर रेंज के ग्राम बिरहुलिया में स्थित पलास कोठी रिसोर्ट में जंगली हाथियों ने हमला कर दिया। यह घटना शाम 7:00 बजे के बाद की है। इस घटना में किसी पर्यटक को तो कोई नुकसान नहीं पहुंचा लेकिन रिसोर्ट के मैनेजर को चोट आई है। बताया गया है कि पलास कोठी रिसोर्ट के मैनेजर बाल्मीकि द्विवेदी के ऊपर जंगली हाथी ने हमला किया है। इस घटना में मैनेजर के शरीर मे क़ई जगह चोटे बताई जा रही है।

अस्पताल में कराया भर्ती

घटना के बाद घायल मैनेजर को जिला अस्पताल लाया गया है।जहां फिलहाल घायल का उपचार किया जा रहा है। इस मामले में बताया जाता है कि रिसोर्ट के आसपास पिछले क़ई दिनों से जंगली हाथियों की मूवमेंट रही है। इसी दौरान गुरुवार की शाम जंगली हाथियों ने रिसोर्ट में घुसकर तोड़फोड़ मचा दी। इस बीच रिसोर्ट में क़ई नुकसान भी जंगली हाथियों ने किया है। गुरुवार की शाम करीब 7 बजे पुनः जंगली हाथी रिसोर्ट पहुंचे। इसी बीच रिसोर्ट मैनेजर श्री बाल्मीकि रिसोर्ट के बाहर आये थे,तभी हादसे का शिकार हो गए।

बने हुए हैं खतरा

वर्ष 2018 से बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में सक्रिय जंगली हाथी लगातार खतरा बने हुए हैं। बांधवगढ़ के जंगल में लगभग 60 जंगली हाथी सक्रिय हैं। यह जंगली हाथी अलग-अलग झुंड में अलग-अलग स्थान पर दिखाई देते हैं। मानपुर के अलावा पतौर, पनपथा, खतौली में भी जंगली हाथी दिखाई पड़ रहे हैं। जंगली हाथियों ने कई बार पर्यटकों के वाहनों पर भी हमला करने का प्रयास किया है। बांधवगढ़ के रिसोर्ट में जंगली हाथियों के घुसकर हमला करने की यह पहली घटना है।

Republic Day Needs 2024: 26 जनवरी को शायराना अंदाज में दें गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं, अपनों भेजें ये मैसेज

Republic Day 2024 Needs: 26 जनवरी की तारीख भारत के लिए बहुत अहम है। इस दिन को हम गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं। 26 जनवरी को सुबह 10 बजकर 18 मिनट पर ही भारत का संविधान लागू हुआ था।

Publish Date: Wed, 24 Jan 2024 07:46 PM (IST)

Up to date Date: Thu, 25 Jan 2024 09:49 PM (IST)

Republic Day Wishes 2024: 26 जनवरी को शायराना अंदाज में दें गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं, अपनों भेजें ये मैसेज
26 जनवरी को भेजें शुभकामनाएं संदेश।

Republic Day 2024 Needs: डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 26 जनवरी की तारीख भारत के लिए बहुत अहम है। इस दिन को हम गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं। 26 जनवरी को सुबह 10 बजकर 18 मिनट पर ही भारत का संविधान लागू हुआ था। इसको बनने में पूरे 2 साल 11 महीने व 18 दिन लग गए थे। इस दिन को बहुत ही खुशी और उत्साह से मनाया जाता है। स्कूल-कॉलेज में कई तरह के आयोजन होते हैं, जिसमें स्पीच व निबंध प्रतियोगिता विशेष रूप में होती ही है।

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1- जहां हर दिन एक उत्सव है,

हर दिल में जोश उमंग है,

ऐसा उज्जवल भविष्य लेकर,

सदा ही आगे बढ़ता है मेरा देश।

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2- तैरना है तो समंदर में तेरो,

नदी नालों में क्या रखा है,

प्यार करना हो तो वतन से करो,

बेवफ़ा लोगों में क्या रखा है,

आप सभी को गणराज्य दिन की शुभकामनाएं।

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3- झुक कर सलाम करें उनको,

जिनके हिस्से में ये मुकाम आया है,

खुशनशीब होता है वो खुन

जो देश के काम आता है…

गणतंत्र दिन की शुभकामना।

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4- देशभक्तों से ही देश की शान है

देशभक्तों से ही देश का मान है

हम उस देश के फूल हैं यारों

जिस देश का नाम हिंदुस्तान है

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5- मुझे ना तन चाहिए, ना धन चाहिए

बस अमन से भरा यह वतन चाहिए

जब तक जिन्दा रहूं, इस मातृ-भूमि के लिए

और जब मरुं तो तिरंगा कफन चाहिए

Israel Hamas Struggle: ‘बच्चों के लिए कब्रिस्तान बनता जा रहा है गाजा’, UN प्रमुख गुटेरेस बोले, हमारे 89 कर्मचारी भी मारे गए

Israel Hamas Struggle गाजा पट्टी के सबसे बड़े शहर गाजा सिटी में इजरायल की सेना घुस चुकी है और हमास के ठिकानों के खिलाफ तेज कार्रवाई कर रही है।

Publish Date: Wed, 08 Nov 2023 08:34 AM (IST)

Up to date Date: Wed, 08 Nov 2023 08:35 AM (IST)

Israel Hamas War: ‘बच्चों के लिए कब्रिस्तान बनता जा रहा है गाजा’, UN प्रमुख गुटेरेस बोले, हमारे 89 कर्मचारी भी मारे गए
गैलेंट ने कहा कि इस युद्ध अभियान के अंत में गाजा में हमास का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा।

HighLights

  1. गाजा में मानवता का संकट है। हर गुजरते घंटे के साथ युद्ध विराम की आवश्यकता अधिक जरूरी होती जा रही है।
  2. गुटरेस ने कहा कि 89 कर्मचारियों की मौत से हम बेहद सदमे में हैं।
  3. हमारे सहयोगियों को बहुत याद किया जाएगा और उन्हें भुलाया नहीं जाएगा।

रॉयटर्स, यरुशलम। इजराइल और हमास के बीच युद्ध को एक माह हो चुका है और इस दौरान गाजा में अभी तक 10328 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। विकराल स्थिति के बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि गाजा “बच्चों के लिए कब्रिस्तान बनता जा रहा है”। एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, गुटेरेस ने न्यूयॉर्क में संवाददाताओं से कहा, ” गाजा में मानवता का संकट है। हर गुजरते घंटे के साथ युद्ध विराम की आवश्यकता अधिक जरूरी होती जा रही है। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि एक माह से जारी इजरायल-हमास युद्ध में फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए काम कर रहे संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (UNRWA) के 89 कर्मचारी भी मारे गए हैं। गुटरेस ने कहा कि 89 कर्मचारियों की मौत से हम बेहद सदमे में हैं। हमारे सहयोगियों को बहुत याद किया जाएगा और उन्हें भुलाया नहीं जाएगा।

इजरायल बोला, खत्म होगा हमास का अस्तित्व

इस बीच इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने धमकी दी है कि मौजूदा युद्ध समाप्त होने के बाद इजरायल गाजापट्टी में किसी भी स्थिति का जवाब देने के लिए कार्रवाई की पूर्ण स्वतंत्रता” बरकरार रखेगा। सीएनएन के हवाले से गैलेंट ने कहा कि इस युद्ध अभियान के अंत में गाजा में हमास का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। भविष्य में गाजा से इजरायल के लिए कोई सुरक्षा खतरा नहीं होगा।

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गाजा में अभी तक 10328 लोगों की मौत

गाजा पट्टी के सबसे बड़े शहर गाजा सिटी में इजरायल की सेना घुस चुकी है और हमास के ठिकानों के खिलाफ तेज कार्रवाई कर रही है। गाजा की सीमा पर भी इजरायल के टैंक तैनात हैं और वे गोलाबारी कर रहे हैं। इजरायली सेना की दक्षिणी कमान के प्रमुख मेजर जनरल यारोन ने कहा कि हम गाजा सिटी के बीच में जाकर हमास के ठिकानों को नष्ट कर रहे हैं। इस बीच गाजा का शिफा अस्पताल मरीजों से भरा हुआ है। थके-भूखे लोगों पानी के लिए भी तरस रहे हैं। हालात इस कदर बदतर हो गए हैं कि बिना एनेस्थीसिया के बच्चों की ब्रेन सर्जरी की जा रही है। अस्पतालों में चीखें गूंज रही है। घावों को धोने के लिए साफ पानी भी उपलब्ध नहीं है।